कर्णप्रयाग नगर पालिका में भूधंसाव की समस्या से ग्रस्त क्षेत्रों का सोमवार को तकनीकी विशेषज्ञों ने सर्वेक्षण किया. यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, सर्वेक्षण दल द्वारा भूधंसाव के कारणों का अध्ययन करने के बाद रिपोर्ट राज्य सरकार को दी जाएगी. इस सर्वेक्षण दल में उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिशासी निदेशक डॉ. पीयूष रौतेला, विशेषज्ञ डॉ. सांतनु सरकार, आईआईटी रूडकी के डॉ. शारदा प्रधान, केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान के डॉ. कौशिक पंडित, भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण के संदीप, पवन तथा आईआईआरएस से प्रसुन्न कुमार गुप्ता आदि शामिल हैं. सर्वेक्षण के दौरान कर्णप्रयाग के विधायक अनिल नौटियाल, स्थानीय जनप्रतिनिधि, उपजिलाधिकारी हिमांशु कफल्टिया, तहसीलदार देव सिंह, आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी आदि मौजूद रहे.चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने पिछले सप्ताह कर्णप्रयाग नगर पालिका के बहुगुणा नगर, सुभाष नगर और अपर बाजार में भूधंसाव से प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया था और प्रभावित क्षेत्र का विस्तृत सर्वेक्षण कराने के अधिकारियों को निर्देश दिए थे. इस दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को भूधंसाव के कारण अत्यधिक दरारों से प्रभावित भवनों को खाली करते हुए उनमें रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानो पर भेजने के निर्देश भी दिए थे.उन्होंने कहा था कि जो लोग किराए पर रहना चाहते हैं, उन लोगों को छह महीने तक किराया भी दिया जाएगा. नगर पालिका कर्णप्रयाग के बहुगुणा नगर में भूधसांव से 28 भवन प्रभावित हुए हैं, वहीं सुभाष नगर एवं अपर बाजार कर्णप्रयाग में भी कुछ भवनों में दरारें आई हैं.