भारत-नेपाल सीमा पर दो अंतर्राष्ट्रीय झूलापुल शुरू होने से दोनों देशों की लगभग दस हजार की आबादी को इसका लाभ मिलेगा। डीएम पिथौरागढ़ रीना जोशी और नेपाल दार्चूला के सीडीओ दीर्घराज उपाध्याय ने काली नदी पर बने दो अंतरराष्ट्रीय झूलापुलों का शुभारंभ किया। कहा जा रहा है कि इन पुलों से दोनों देशों के बीच व्यापारिक गतिविधियां बढ़ेंगी और रोटी-बेटी के रिश्ते भी मजबूत होंगे।जिलाधिकारी पिथौरागढ़ रीना जोशी ने कहा कि उक्त पुल दोनो देशों के व्यापार और रिश्ते मजबूत करने में एक सीढ़ी का काम करेगा। नेपाल के जिलाधिकारी दिर्घराज उपाध्याय ने सभी लोगों को शुभकामना देते हुए कहा कि इससे हमारे संबंध भारत से और मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि बरसात के समय काली नदी उफान पर रहती है। ऐसे में नेपाल के लोग तार, ड्रम और ट्यूब के जरिये नदी पार करते थे लेकिन अब झूला पुल बनने से आवाजाही में यह जोखिम कम हो जाएगा। बरसात के समय भी लोगों की आवाजाही बराबर होती रहेगी। इस मौके पर डीडीहाट के एसडीएम भगत सिंह फोनिया, 11वीं वाहिनी एसएसबी के कमांडेंट महेंद्र प्रताप, तहसीलदार एके सिंह, कोतवाल कुंवर सिंह रावत, नेपाल से एसपी एपीएफ डंबर सिंह बिष्ट, नेपाल पुलिस के डीएसपी तर्कराज पांडे आदि मौजूद थे। इस दौरान नेपाल के दुमलिंग के जनप्रतिनिधियों ने डीएम एवं दार्चुला नेपाल के सीडीओ को गर्बाधार और दुमलिंग के बीच काली नदी पर अस्थायी लकड़ी के पुल बनाने को लेकर ज्ञापन भी दिया। दोनों देशों के अधिकारियों ने उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
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December 22, 2024