बेटियों का अपमान करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करने से हम पीछे नहीं हटेंगे। बेटियां हमारी शान, मान और अभिमान हैं। बेटियों की सुरक्षा हम सबकी जिम्मेदारी है। ये बातें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कही। राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर ‘महिलाओं की खेल में सहभागिता’ विषय पर आयोजित सेमिनार में सीएम ने विभिन्न खेलों में सराहनीय प्रदर्शन करने वाले महिला खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया।उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण को लेकर हमारी प्रतिबद्धता को दोहराने और बालिकाओं को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सशक्त बनाने के लिए चल रहे प्रयासों को और अधिक मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। राज्य का मुख्य सेवक होने के नाते प्रदेश की किसी भी बेटी का अपमान करने वाले के खिलाफ हम कठोरतम कार्रवाई करने से कभी पीछे नहीं हटेंगे।उत्तराखंड में तीलू रौतेली, टिंचरी माई, गौरा देवी, चन्द्रप्रभा ऐतवाल, गंगोत्री गर्ब्याल और बछेंद्री पाल, वंदना कटारिया जैसे अनेक नाम हैं, जिन्होंने हर चुनौती को छोटा साबित करते हुए प्रदेश का मान और सम्मान बढ़ाया। आज हमारी बेटियों ने हर क्षेत्र में अपना एक अलग मुकाम बनाया है और प्रदेश का नाम रोशन किया है। शिक्षा से लेकर खेल के मैदान और वैज्ञानिक अनुसंधान से लेकर सेना के अभियान तक में हमारी बेटियां बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ की गई विभिन्न योजनाएं बेटियों को और अधिक आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने में सहयोग प्रदान कर रही हैं।महिला सशक्तिकरण एवं खेल मंत्री रेखा आर्य ने राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएं दीं। राज्य में नई खेल नीति में हर संभव सुविधा देने के प्रयास किए गए हैं। खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभाओं को उजागर करने के लिए आर्थिक संकट से न गुजरना पड़े, इसके लिए नई खेल नीति में हर सुविधा देने के प्रयास किए गए है। खिलाड़ियों को भोजन के लिए दी जाने वाली धनराशि 150 रुपये से बढ़ाकर 175 रुपये की गई है। राज्य में लगभग 3900 बच्चों को मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के तहत 1500 रुपये प्रति बच्चे को छात्रवृत्ति दी जा रही है, जिसमें 50 प्रतिशत बालिकाएं शामिल हैं।
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December 22, 2024