दून अस्पताल को अब आक्सीजन की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा। यहां एक-एक हजार एलपीएम के दो आक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एम्स ऋषिकेश से इनका वर्चुअली उद्घाटन किया है। अस्पताल में मौजूद जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी व अन्य लोग वर्चुअली एम्स ऋषिकेश से जुड़े।
मुख्य अतिथि महापौर सुनील उनियाल गामा और स्वास्थ्य मंत्री के प्रतिनिधि मातबर सिंह रावत ने रिबन काटकर आक्सीजन प्लांट की विधिवित शुरुआत की। इस दौरान महापौर ने कहा कि कोरोनाकाल में जिस तरह से आक्सीजन की जरूरत बढ़ी इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने देशभर में आक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए। इसी क्रम में दून में भी आक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री के प्रतिनिधि मातबर सिंह रावत ने कहा कि पीएसए प्लांट बनने से आक्सीजन की कमी दूर होगी। इस मौके पर हेमवती नंदन बहुगुणा चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हेमचंद्र पांडेय, दून मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना, चिकित्सा अधीक्षक डा. केसी पंत, उप चिकित्सा अधीक्षक डा. एनएस खत्री, एसीएमओ डा. निधि रावत, राजेश रावत, मोहन खत्री, महेंद्र भंडारी, सुधा कुकरेती, संदीप राणा, गौरव चौहान, जसवंत आदि मौजूद रहे।
पीएम केयर फंड से बने हैं दो प्लांट
कोरोनाकाल में मरीजों को आक्सीजन की कमी सामने आने के बाद देशभर में बनाए जा रहे आक्सीजन प्लांट की तरह दून मेडिकल कालेज अस्पताल के पुराने परिसर में भी आक्सीजन प्लांट तैयार किए गए। वायुमंडल से आक्सीजन तैयार करने वाले यह दो प्लांट प्रधानमंत्री केयर फंड से बनाए गए हैं। इन दोनों प्लांट से एक साथ 200 मरीजों को जरूरत के हिसाब से आक्सीजन दी जा सकती है।