नाबालिग लड़की खुद भागकर चंडीगढ़ पहुंच गई। लेकिन, आरोप लड़के पर लगा। भगाने का। अपहरण का। केस हुआ। लड़का गिरफ्तार। दुहाई देता रहा। लड़की को नहीं भगाया। लेकिन, किसी ने नहीं सुनी। किशोरी खुद लौटकर वापस आई। बताया चंडीगढ़ चली गई थी। किसी ने नहीं भगाया। खुद से गई। कोर्ट में लड़की के लौटने की बात कही गई। कोर्ट ने लड़के पर लगे सभी आरोपों में निर्दोष पाया। रिहा करने का आदेश दिया। 20 माह बाद 19 वर्षीय लड़का अपने घर लौटा है। असह्य पीड़ा, अपमान और दुनिया भर के तानों को झेलने के बाद। रोता है। सवाल करता है कि मेरा कसूर क्या था? मुझे जेल में जो दर्दनाक अनुभव हुआ है। मुझे हिलाकर रख दिया है। आधात पहुंचाया है। कौन उसकी भरपाई करेगा? जवाब किसी के पास नहीं है। मामला उत्तराखंड के ऋषिकेश का है। यहां की नाबालिग लड़की अहरण केस में पिछले साल लड़के को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।उत्तराखंड के ऋषिकेश से एक नाबालिग लड़की गायब हो गई। लड़के पर लड़की के परिजनों ने अपहरण का आरोप लगाया। लड़की के माता-पिता ने यह यह कहते हुए पुलिस शिकायत दर्ज कराई कि उनकी बेटी लापता हो गई है। उसका अपहरण हुआ है। लड़की का फोन बंद था। उन्होंने शिकायत में कहा कि लड़का भी गायब है। उन्हें शक था कि लड़के ने ही लड़की का अपहरण किया होगा। इसके पीछे की वजह लड़के का फोन भी स्विच ऑफ होना बताया गया।पुलिस ने आईपीसी की धारा 363 (अपहरण), 366ए (नाबालिग लड़की की खरीद बिक्री) और 376 (रेप) और पॉक्सो अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस के मुताबिक, 20 अप्रैल, 2021 को प्राथमिकी दर्ज होने के तुरंत बाद लड़के को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। मुकदमे के दौरान लड़के ने अदालत से कहा कि वह दोषी नहीं है और उसे फंसाया जा रहा है।मामला तब अचानक पलट गया, जब एक साल बाद लड़की अचानक दिखाई दी। उसके अपहरण का आरोप लगा था। पुलिस पहुंची। लड़की से पूछताछ शुरू हुई। लड़की गायब होने के समय नाबालिग थी। अब वह 18 साल की है। उसने कोर्ट को बताया कि अप्रैल 2021 में आगे की पढ़ाई के लिए वह चंडीगढ़ चली गई थी। इसके बारे में उसने अपने माता-पिता को भी नहीं बताया। वहां वह अपने दोस्त के साथ रह रही थी। इस दौरान उसने अपने माता-पिता से कोई संपर्क नहीं किया।
लड़की ने कोर्ट में माना कि वह आरोपी के संपर्क में थी। लेकिन, उसके चंडीगढ़ जाने में लड़के का कोई योगदान नहीं था। वह खुद गई थी। रिहाई के बाद लड़के ने कहा कि अभी मैं झूठे रेप और अपहरण के आरोपों में पकड़े जाने और 19 महीने जेल में बिताने के सदमे से जूझ रहा हूं। मुझे समझ नहीं आ रहा है, मेरे निर्दोष होने के बाद भी इतने दिनों तक जेल में क्यों रहना पड़ा।