उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में हिमस्खलन त्रासदी के बाद रेस्क्यू कार्य में मौसम बाधा बना हुआ है। द्रौपदी डांडा टू में हिमस्खलन हादसे में मारे गए 15 पर्वतारोहियों के शव मौसम बिगड़ जाने के कारण नहीं लाए जा सके। क्षेत्र में हल्की बर्फबारी और बारिश के कारण शनिवार दोपहर बाद रेस्क्यू रोक दिया गया। शनिवार सुबह एडवांस बेस कैंप से सात पर्वतारोहियों के शव उत्तरकाशी लाए गए। शिनाख्त और पोस्टमार्टम के बाद छह के शव परिजनों को सौंप दिए गए।जबकि, इलाहाबाद निवासी रवि कुमार का शव एनसीसी के अधिकारियों को सौंपा गया। जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने बताया कि, हिमस्खलन हादसे में अब तक बरामद 26 में से 15 पर्वतारोहियों के शव डोकरानी बामक एडवांस बेस कैंप में रखे गए हैं। खराब मौसम के कारण पर्वतारोहियों के शवों को नहीं लाया जा सका और शनिवार दोपहर 12 बजे के बाद रेस्क्यू रोक दिया गया।
उत्तरकाशी के सीएमओ डॉ. केएस चौहान ने बताया कि, शनिवार को लाए गए शवों का पोस्टमार्ट चार डॉक्टरों के पैनल ने किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक सातों पर्वतारोहियों की मौत दम घुटने के कारण हुई। किसी के भी शरीर पर गहरी चोटें नहीं पाई गईं।