उत्तराखंड में आसमान से आफत बरस रही है। देहरादून समेत कई इलाकों में भारी बारिश का क्रम बना हुआ है। पौड़ी और रुद्रप्रयाग जिले की सीमा पर बादल फटने के कारण भारी मात्रा में मलबा आने से एक तेल टैंकर अलकनंदा में समा गया। जिसका चालक और सहायक लापता हैं। इसके अलावा कई अन्य वाहन भी मलबे में दब गए, जिनमें सवार व्यक्तियों ने भागकर जान बचाई। इधर, देहरादून में भी भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर आ गए। बंजारावाला क्षेत्र में रिस्पना नदी के उफान में एक कार बह गई। जिसमें सवार एक युवक की डूबने से मौत हो गई, जबकि एक अन्य को बचा लिया गया। मौसम विभाग ने अगले दो दिन प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश और गरज के साथ बिजली चमकने को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया है।
गुरुवार देर रात्रि श्रीनगर से करीब 14 किमी दूर रुद्रप्रयाग के पास सिरोबगड़ में बादल फट गया। जिससे नेशनल हाइवे पर अचानक भारी मात्रा में आए मलबे की चपेट में आकर तेल टैंकर अलकनंदा नदी में जा गिरा। टैंकर के चालक और परिचालक का भी अभी तक पता नहीं चल पाया है। टैंकर गोपेश्वर के पेट्रोल पंप के लिए आइओसी के रुड़की डिपो से ईंधन लेकर दिन में चला था। मार्ग बंद होने के कारण टैंकर चालक किरतपुर बिजनौर निवासी टीकम सिंह और परिचालक मोनू कुमार वाहन किनारे खड़ाकर उसी में सो गए थे। उधर, उत्तरकाशी में बारिश के कारण सिल्क्यारा बैंड के पास भूस्खलन से एक गोशाला क्षतिग्रस्त हो गई। जिसमें एक गाय की दबने से मौत हुई। जबकि, मोरी के फिताड़ी गांव के खका तोक में भूस्खलन से सात बकरियां मलबे में दब गईं। दून में हुई भारी बारिश से बंजारावाला में एक कार नदी के उफान में बह गई। जिसमें सवार रायपुर निवासी राहुल को पुलिस ने बचा लिया, लेकिन उसका नमन साथी कार से छिटककर नदी में बह गया और उसकी मौत हो गई।
सड़कों पर आया मलबा, घंटों आवाजाही बाधित
बारिश के चलते भूस्खलन से प्रदेश में तीन दर्जन से अधिक मार्गों पर आवाजाही ठप हो गई। गंगोत्री राजमार्ग करीब पांच घंटे तक नगुण के पास बंद रहा। कोटद्वार के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर दुगड्डा-फतेहपुर के मध्य चट्टान गिरने से यातायात बाधित हो गया। दोपहर बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात पूरी तरह सुचारू हो पाया। कुमाऊं में पिथौरागढ़ जिले का कई मार्ग बंद रहे। वहीं, ढाई माह बाद भी चीन सीमा को जोड़ने वाला दारमा मार्ग नहीं खुल सका। आलवेदर रोड पर दिल्ली बैंड में चट्टान खिसकने से तीन घंटे यातायात बंद रहा। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में वाहन फंसे रहे।