भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के राजनयिकों को करीब 28 महीने के बाद नए वीजा जारी किए। यह वीजा विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए 15 मार्च 2021 तक आए आवेदनों के आधार पर दिए गए। माना जा रहा है कि यह कदम संबंधों में तनाव कम करने के उद्देश्य से उठाए गए।
भारत ने पाकिस्तान के सात राजनयिकों और पाकिस्तान ने भारत के 33 अधिकारियों को वीजा दिए हैं। सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में और वीजा जारी हो सकते हैं। 2019 में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों द्वारा किए पुलवामा फिदायीन हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के प्रति सख्त रुख अख्तियार किया था।
उस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। कहा जा रहा है कि इस वर्ष जनवरी में दुबई में बैकचैनल डिप्लोमेसी के तहत हुई बातचीत के बाद तनाव घटाने की कोशिशें हो रही हैं। फरवरी में दोनों देशों की सेनाओं ने गोलीबारी रोकने पर संयुक्त घोषणा की थी, वहीं मार्च में पाकिस्तान के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने भारत से गुजारिश की थी कि बीती बातों को भूल कर दोनों देश सहयोग पर बात करें।
यूएई ने भारत से जाने वालों का आगमन वीजा रोका
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने भारत से होकर आने वाले या बीते 14 दिनों से भारत में रहे यात्रियों को आगमन वीजा देने की सुविधा अस्थायी तौर रोक दिया है। यूएई के अधिकारियों के अनुसार यह फैसला कोरोना महामारी के हालात में बदलाव को देखते हुए लिया गया है। गौरतलब है कि 3 अगस्त को ही यूएई ने भारत से यात्रा करने वालों पर प्रतिबंध हटाया था। अमेरिका, यूरोप और कई अफ्रीकी देशों को जाने वाले लोगों के लिए यूएई एक महत्वपूर्ण ट्रांजिट पॉइंट है।