
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिवाली पर स्थानीय कुम्हारों से मुलाकात की। उन्होंने मिट्टी के पारंपरिक दीये खरीदे इसके साथ ही स्वदेशी मुहिम को नई गति दी। चकराता रोड पर स्थित कुम्हारों की दुकानों का दौरा करते हुए दुकानदारों से उनकी समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की। सीएम का दौरा कारीगरों के मनोबल को बढ़ाने वाला साबित हुआ। उन्होंने खरीदारी कर न केवल व्यक्तिगत समर्थन दिया, बल्कि अन्य नागरिकों को भी प्रेरित किया। धामी ने जोर दिया कि स्वदेशी से न केवल स्थानीय रोजगार बढ़ता है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण भी होता है। प्लास्टिक के बजाय मिट्टी के दीये जलाने से प्रदूषण कम होता है।मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि यह पहल उत्तराखंड की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। कुम्हार समुदाय, जो सदियों से मिट्टी को कला के रूप में ढालता आ रहा है, अक्सर बाजार की मार झेलता रहा।