
Judge’s gavel, Themis sculpture and collection of legal books on the brown background.
उत्तराखंड ग्रामीण बैंक में 1.23 करोड़ की हेराफेरी के 15 साल पुराने मामले में पूर्व मैनेजर लक्ष्मण सिंह रावत समेत कुल छह आरोपियों को दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई। अदालत ने सोमवार को पूर्व मैनेजर को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दो साल की कैद और 15 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। अन्य पांच अभियुक्तों को एक-एक साल कैद व 10-10 हजार रुपये जुर्माना भरने का आदेश दिया।सीबीआई की देहरादून शाखा ने यह मामला उत्तराखंड ग्रामीण बैंक के सतर्कता विभाग की शिकायत पर 24 फरवरी 2010 को दर्ज किया था। विभाग के अनुसार, बैंक की प्रेमनगर शाखा के तत्कालीन प्रबंधक लक्ष्मण सिंह रावत ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए बाहरी व्यक्तियों के साथ मिलकर बैंक के साथ धोखाधड़ी की थी।