
मनसा देवी की पहाड़ी पर करीब 300 मीटर क्षेत्र में भारी भूस्खलन हुआ है। जिससे पहाड़ी और हिल बाइपास की सड़क पर दरारें पड़ गई हैं।इस भूस्खलन से तलहटी पर बसी दो बस्तियों के सैकड़ों परिवारों और हरिद्वार देहरादून-ऋषिकेश रेलवे लाइन सहित हरकी पैड़ी पर भी खतरा मंडराने लगा है। खतरे की जद वाले भीमगोड़ा क्षेत्र में तो राजाजी टाइगर रिजर्व की टीम ने लोगों को अलर्ट करते हुए सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा है।भूस्खलन के बढ़ते खतरे को देखकर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में उत्तराखंड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र के भूविज्ञानियों ने स्थलीय निरीक्षण के साथ ही ड्रोन से भी सर्वे किया। साथ ही इसके लिए वृहद ट्रीटमेंट करने का सुझाव दिया।हरिद्वार में एक सप्ताह के अंतराल में 500 एमएम से अधिक वर्षा हुई है। मंगलवार रात और गुरुवार सुबह हरिद्वार के मनसा देवी की पहाड़ी पर भारी भूस्खलन हुआ।बुधवार रात और बृहस्पतिवार सुबह तक 62 एमएम वर्षा दर्ज की गई। जिससे भूस्खलन का दायरा और अधिक बढ़ा। इस भूस्खलन से हिल बाइपास का करीब तीन सौ मीटर हिस्सा तो पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। इस भूस्खलन से आसपास की पहाड़ी व हिल बाइपास की सड़क पर गहरी और लंबी दरारें पड़ चुकी हैं।