मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसके साथ ही सीमा से सटे ऐसे क्षेत्र जहां चेकपोस्ट नहीं हैं, वहां उत्तराखंड पुलिस और सशस्त्र सीमा बल के त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) को तैनात करने और वन क्षेत्रों में वन विभाग की टीमों से गश्त बढ़ाने और अवांछित तत्वों के प्रवेश पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।मुख्यमंत्री जिला प्रशासन को सीमाओं की सुरक्षा पर लगी केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों, सशस्त्र सीमा बल और पुलिस के साथ आपसी समन्वय के साथ कार्य करने को कहा। मुख्यमंत्री ने सीमाओं में गश्त बढ़ाने के साथ ही ग्रामीणों, स्थानीय ग्राम समितियों का भी सहयोग लेने को कहा।मुख्यमंत्री सीमा पर सघन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार असामाजिक और उत्पाती तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाए। इंटरनेट मीडिया की सतत निगरानी की जाए। किसी भी प्रकार की अफवाह, भ्रामक सूचना तथा उकसाने वाले कंटेंट पर कड़ी कार्रवाई की जाए।उन्होंने कहा कि नेपाल से लगे सभी मार्गों व झूला पुल पर चेकपोस्ट को सक्रिय किया जाए। जहां मार्ग नहीं हैं वहां पुलिस, सीमा सशस्त्र बल और वन विभाग के सुरक्षा कर्मी निरंतर गश्त करें। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को स्थिति पर कड़ी नजर रखने के निर्देश भी दिए।बैठक में मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ, अपर पुलिस महानिदेशक एपी अंशुमान, अपर सचिव मुख्यमंत्री बंशीधर तिवारी के अलावा कुमाऊं के मंडलायुक्त, आइजी कुमाऊं समेत जिलाधिकारी आनलाइन माध्यम से उपस्थित थे।
