
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, प्रदेश में आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक जिले में एक-एक आदर्श आयुष गांव बनाए जाएंगे। साथ ही नए योग व वेलनेस केंद्र भी विकसित किए जा रहे हैं।सोमवार को ओल्ड राजपुर स्थित एक होटल में मुख्यमंत्री ने बीते वर्ष देहरादून में आयोजित 10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो की उपलब्धि पर आधारित दस्तावेज, आयुष विभाग की कॉफी टेबल बुक व विज्ञान भारती के विज्ञान विधार्थी मंथन प्रतियोगिता के पोस्टर का विमोचन किया विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो के दस्तावेज आने वाले वर्षों में आयुर्वेद के क्षेत्र में अनुसंधान, नीति-निर्माण और जन स्वास्थ्य की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।सीएम ने कहा, प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन व सहयोग से राज्य सरकार भी प्रदेश में आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर कार्य कर रही है। वर्तमान में राज्य के भीतर आयुष आधारित 300 से अधिक आयुष्मान आरोग्य केंद्रों का संचालन हो रहा है। ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से 70 से अधिक विशेषज्ञों द्वारा आयुष परामर्श प्रदान किया जा रहा है। प्रत्येक जनपद में 50 बेड और 10 बेड वाले आयुष चिकित्सालय स्थापित किए जा रहे हैं। विश्व आयुर्वेद कांग्रेस और एक्सपो मार्ट के आयोजन के माध्यम से हम न केवल भारत में ही नहीं, पूरे विश्व के विभिन्न देशों में यह संदेश देने में सफल रहे कि आयुर्वेद से उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त किया जा सकता है।कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, आरएसएस के प्रांत प्रचारक डॉ़ शैलेंद्र, सचिव आयुष दीपेंद्र चौधरी, निदेशक आयुर्वेद विजय जोगदंडे, प्रो. अनूप ठक्कर, चंद्रशेखर नय्यर, डॉ. वीके अशोक, प्रो. केडी पुरोहित के साथ ही विभिन्न गणमान्य लोग शामिल हुए।