
बदरीनाथ हाईवे पर पीपलकोटी भनेरपानी के पास भारी भूस्खलन के कारण यातायात दिनभर बाधित रहा। इसके चलते लगभग ढाई हजार से अधिक यात्री दोनों ओर हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं। गुरुवार सुबह छह बजे के आसपास पीपलकोटी भनेरपानी में 40 मीटर से अधिक बदरीनाथ हाईवे बह गया। इसके बाद से मशीनें हाईवे खोलने में जुटी हुई हैं, लेकिन पहाड़ी से लगातार गिर रहे पत्थरों के कारण कार्य में बाधा आ रही है। दिनभर मौसम साफ रहने के कारण हाईवे खोलने का कार्य तेजी से चल रहा है।वहीं चीन सीमा को जोड़ने वाले नीती-मलारी हाईवे को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है,यात्रियों को हाईवे खुलने तक चमोली, पीपलकोटी, ज्योतिर्मठ, हेलंग, पाखी आदि जगहों पर रोका गया है। ढाई हजार से अधिक यात्री दोनों ओर हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं। प्रशासन ने मार्ग पर फंसे यात्रियों की दिक्कतों को देखते हुए पानी, बिस्किट और अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई।भूस्लन जोन में स्थायी उपचार का कार्य चल रहा है, लेकिन पहाड़ी पर भूस्खलन का दायरा बढ़ने से एनएच की कार्ययोजना को भी नुकसान पहुंचा है। जिले में पिछले दिनों हुई लगातार वर्षा के कारण 27 ग्रामीण लिंक मार्ग भी बंद हैं।बीआरओ ने सलधार और रैणी में छोटे वाहनों के लिए हाईवे तैयार कर फंसे वाहनों की आवाजाही शुरू कराई। बीआरओ के कमांडर कर्नल अंकुर महाजन ने कहा कि गुरुवार को दिनभर हाईवे दुरुस्त करने का कार्य सुचारू रहा और बड़े वाहनों के लिए भी हाईवे को जल्द ही सुचारू कर दिया जाएगा।दूसरी ओर, ज्योतिर्मठ मलारी नीती हाईवे को सीमा सड़क संगठन ने छोटे वाहनों के लिए सुचारू कर दिया है। इससे पहले यहां स्थानीय ग्रामीण मुआवजे को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। सुबह से ही बीआरओ और प्रशासन के अधिकारी रैणी में वार्ता कर ग्रामीणों को समझा रहे थे और उन्हें जल्द मुआवजा देने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीण माने।