
Close up of unrecognizable African-American man lying in white hospital bed with focus on iv drip catheter in hand, copy space
मनसा देवी मंदिर पैदल मार्ग पर रविवार की सुबह नौ बजे भगदड़ मच गई। हादसे में एक 10 साल के बालक सहित आठ श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 28 लोग घायल हो गए। भीड़ के बीच कुछ दूरी पर फंसे एक चश्मदीद ने भी भीड़ का दबाव बढ़ने पर रास्ते में दीवारों पर लगी बिजली तारें पकड़ने पर करंट लगने का दावा किया है। मार्ग पर बनी दीवार पर तारें पकड़कर श्रद्धालु आगे की तरफ बढ़ रहे थे और करंट लगने के बाद भगदड़ मच गई। फरीदाबाद से आए संतोष कुमार ने मीडिया से बातचीत में बताया कि एक ही मार्ग से लोग आ और जा रहे थे।राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से प्राप्त जानकारी (शाम सात बजे) के मुताबिक मनसा देवी भगदड़ में 45 लोग घायल हुए और आठ लोगों की मौत हुई है। ऋषिकेश एम्स में 15 घायल इलाज के लिए रेफर किए गए थे। इसमें आठ डिस्चार्ज हो गए। सात घायल भर्ती हैं, जिसमें चार की हालत गंभीर और तीन की स्थिर बनी हुई है।जिला अस्पताल हरिद्वार में 25 घायलों को उपचार के लिए भर्ती कराया गया था, इसमें 24 को डिस्चार्ज किया गया है और एक भर्ती है। मेला हास्पिटल हरिद्वार में पांच को भर्ती कराया गया था, पांचों को डिस्चार्ज कर दिया गया है।