
बादल फटने के कारण जगह-जगह मार्ग बंद होने के कारण स्यानाचट्टी से लेकर जानकीचट्टी तक करीब 850 से अधिक यात्री फंस गए थे।करीब 600 से 700 यात्रियों को सुरक्षित वाहनों से बड़कोट भेज दिया गया है। वहीं अब प्रशासन के अनुसार करीब 150 से 200 यात्रियों के सुरक्षित स्थानों पर होने की उम्मीद है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शार्दुल गुसांई ने बताया कि पैदल मार्ग खुलने के बाद यात्रियों को भूस्खलन वाले क्षेत्रों से सुरक्षित निकाला जा रहा है।बीते शनिवार को सिलाई बैंड के समीप बादल फटने के कारण जगह-जगह मार्ग बंद होने के कारण स्यानाचट्टी से लेकर जानकीचट्टी तक करीब 850 से अधिक यात्री फंस गए थे। मंगलवार को पैदल आवाजाही शुरू होने के बाद प्रशासन और पुलिस की टीम ने वहां से यात्रियों को सुरक्षित निकालना शुरू कर दिया है।वहां पर पुलिस के साथ होमगार्ड और पीआरडी के जवान इस कार्य में लगे हुए हैं।