विधानसभा चुनाव में ‘डबल इंजन’ की सरकार और विकास के मुद्दे पर जनता के बीच जा रही भाजपा को मोदी फैक्टर की बूस्टर डोज मिली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वर्चुअल रैलियों का क्रम शुरू होने से पार्टी के चुनाव अभियान को और धार मिलेगी। इसे देखते हुए भाजपा ने प्रधानमंत्री की लोकप्रियता को भुनाने के लिए ताकत झोंक दी है। संसदीय क्षेत्रवार हो रही इन रैलियों से विधानसभा क्षेत्रों में स्थानीय निवासियों को जोड़ा ही जा रहा, इंटरनेट मीडिया के लगभग सभी प्लेटफार्म का उपयोग कर मोदी की बात को जनता तक पहुंचाने में पार्टी जुटी है।
प्रधानमंत्री मोदी का देवभूमि उत्तराखंड से विशेष लगाव है और वह अक्सर वह इसे प्रदर्शित भी करते हैं। केदारनाथ उनके आराध्य हैं और केदारपुरी का पुनर्निर्माण उनके ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है। एक दौर में उन्होंने केदारनाथ के नजदीक ही गुफा में साधना की थी। वर्ष 2014 में उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद केंद्र से कई योजनाएं भी राज्य को मिली हैं। विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले उन्होंने देहरादून व हल्द्वानी में 35 हजार करोड़ से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया था।
इस सबको देखते हुए विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री की राज्य में लोकप्रियता को भुनाने के लिए भाजपा कोई कमीबेशी नहीं छोड़ना चाहती। वर्ष 2017 में भाजपा ने प्रचंड बहुमत हासिल किया तो उसके पीछे भी मोदी फैक्टर सबसे बड़ा कारक था। इसे देखते हुए पार्टी चाहती थी कि राज्य में प्रधानमंत्री की अधिकाधिक सभाएं हों। इसकी रूपरेखा भी तय कर ली गई थी कि प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में उनकी जनसभाएं होंगी, लेकिन कोरोना संक्रमण ने इस राह में मुश्किल खड़ी कर दी।
ऐसे में पार्टी ने प्रधानमंत्री की वर्चुअल सभाओं की रणनीति बनाई। साथ ही प्रधानमंत्री के उत्तराखंड से संबंधित भाषणों को भी चुनाव प्रचार का हिस्सा बनाया है। हाल में विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपना जो थीम सांग लांच किया, वह प्रधानमंत्री मोदी की कविता पर केंद्रित है। नमो ने इस कविता के माध्यम से चार दिसंबर को देहरादून में हुई रैली के दौरान उत्तराखंड से अपने जुड़ाव को प्रदर्शित किया था।
इससे समझा जा सकता है कि मोदी फैक्टर भाजपा के लिए कितना मायने रखता है। सोमवार से प्रधानमंत्री की संसदीय क्षेत्रवार वर्चुअल सभाओं का क्रम शुरू होने से भाजपा को चुनाव प्रचार में एक प्रकार से बूस्टर डोज मिल गई है। 11 फरवरी तक प्रधानमंत्री की वर्चुअल सभाएं होनी हैं। प्रधानमंत्री की बात ज्यादा से ज्यादा व्यक्तियों तक पहुंचे, इसके लिए भाजपा ने सभी विधानसभा क्षेत्रों में अपना सेटअप पहले से ही तैयार किया हुआ है। संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में चार-चार स्थानों पर बड़ी स्क्रीन लगाकर प्रधानमंत्री का संबोधन सुनने की व्यवस्था की गई है।