
इस बार यात्रा शुरू होने के एक माह तक वीआईपी दर्शन मान्य नहीं होगा। यदि कोई वीआईपी आम श्रद्धालुओं की तरह दर्शन के लिए आते हैं, तो उनका स्वागत है।आयुक्त गढ़वाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रोटोकॉल के तहत वीआईपी दर्शन से आम श्रद्धालुओं को रोकना पड़ता है। इस बार ऐसा नहीं होगा।कुछ निर्णय प्रशासन स्थिति के अनुसार भी लेता है। प्रशासन को लगता है कि धामों में भीड़ कम है तो वीआईपी दर्शन पर पुनर्विचार किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस बार चारधाम यात्रा मार्गों पर हर 10 किमी पर पुलिस व मोबाइल टीम तैनात रहेगी।