मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कारगिल विजय दिवस पर की गई घोषणा के तीन महीने बाद न्याय विभाग से मंजूरी मिल गई है। जिसके बाद प्रस्ताव वित्त विभाग को सहमति के लिए भेजा जा रहा है।उत्तराखंड के देश के लिए बलिदान देने वाले सैनिक आश्रितों को सरकार 50 लाख रुपये देगी। सैनिक बहुल प्रदेश उत्तराखंड से औसतन हर महीने एक सैनिक ने बलिदान दिया है। राज्य गठन के बाद से अब तक पिछले 24 साल में 403 सैनिक बलिदान दे चुके हैं। सरकार देश के लिए बलिदान देने वाले सैनिकों के आश्रितों को वर्तमान में 10 लाख रुपये अनुदान के रूप में दे रही है। मुख्यमंत्री ने इसे बढ़ाकर 50 लाख रुपये किए जाने की घोषणा की थी। तभी से मामला न्याय विभाग में विचाराधीन था।उत्तराखंड के अब तक 1679 सैनिक देश के लिए बलिदान दे चुके हैं। 1962 के भारत-चीन युद्ध में उत्तराखंड के 245 सैनिकों ने अपना बलिदान दिया। 1962 में यह युद्ध 20 अक्तूबर से 20 नवंबर तक चला। जबकि 1971 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में उत्तराखंड के 217 सैनिकों ने अपना बलिदान दिया।
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November 21, 2024