दिल्ली में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों को देखते हुए बुधवार को दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉारिटी (डीडीएमए) की मीटिंग बुलाई गई है। उपराज्यपाल एवं डीडीएमए के अध्यक्ष अनिल बैजल के नेतृत्व में बुधवार को होनी वाली इस बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, मुख्य सचिव विजय देव, नीति आयोग के सदस्य वी.के. पाल, राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत आदि शामिल होंगे।
डीडीएमए के सदस्य एवं विशेषज्ञ कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के उपायों एवं इसके वर्तमान हालात पर चर्चा करेंगे। डीडीएमए द्वारा मंगलवार को जारी नोटिस में कहा गया है कि शहर में कोविड-19 के मामले बढऩे के चलते लगाए गए ग्रेप के क्रियान्वयन का भी बैठक में जायजा लिया जाएगा। बैठक वीडियो कांफ्रेंस के जरिए होगी। बैठक का एजेंडा दिल्ली में कोविड-19 से जुड़ी स्थिति की समीक्षा करना और ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के मद्देनजर तैयारियों पर चर्चा करना है।
उधर, ओमिक्रोन के बढ़ते संक्रमण के बीच दिल्ली में कोरोना के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। मंगलवार को ओमिक्रोन के 23 मरीज मिले, जिससे कुल मरीजों की संख्या 165 हो गई। वहीं इससे कोरोना की संक्रमण दर एक 0.89 प्रतिशत हो गई है, जो पिछले सात माह में सबसे अधिक है। दिल्ली में मंगलवार को कोरोना के 496 नए मामले आए, जो 500 में सिर्फ चार कम हैं। नए मरीजों के आंकड़े 207 दिनों (छह माह 27 दिन) में सबसे अधिक हैं। इससे पहले चार जून को 523 मामले आए थे। पिछले 24 घंटे में 172 मरीज ठीक हुए। चिंताजनक यह है कि लगातार चौथे दिन दिल्ली में कोरोना से एक मरीज की मौत हो गई।
इससे दिसंबर में अब तक नौ मरीजों की मौत हो चुकी है, जो पिछले चार माह की तुलना में सबसे ज्यादा है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 120 मरीज एयरपोर्ट पर संक्रमित पाए गए, जिन्हें अस्पताल स्थानांतरित कर दिया गया है और उनका सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है।
23 दिन में आठ गुना बढ़ा संक्रमण
दिल्ली में ओमिक्रोन का पहला मामला पांच दिसंबर को सामने आया था। उस दिन संक्रमण दर 0.11 प्रतिशत थी। इसके बाद से अब तक 23 दिनों में कोरोना के कुल 2821 मामले आ चुके हैं। वहीं पांच दिसंबर की तुलना में अब तक संक्रमण दर आठ गुना बढ़ चुकी है।