अफगानिस्तान से भारतीय की वापसी को लेकर सरकार का बयान सामने आया है। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि काबुल से कमर्शियल फ्लाइट सेवा शुरू होने के बाद अफगानिस्तान के हिंदुओं और सिखों को प्राथमिकता दी जाएगी। भारत ने कहा कि वह अपने अफगान सहयोगियों के साथ खड़ा रहेगा और उस देश में भारतीय नागरिकों के साथ ही अपने हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाएगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, अफगानिस्तान की स्थिति पर उच्च स्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है और काबुल हवाई अड्डे पर कमर्शियल उड़ानों के निलंबन ने भारत के प्रत्यावर्तन प्रयासों को रोक दिया है। राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश से बाहर चले जाने के बाद रविवार को तालिबान के लड़ाके काबुल में घुस गए। इसके साथ ही दो दशक लंबे उस अभियान का आश्चर्यजनक अंत हो गया जिसमें अमेरिका और उसके सहयोगियों ने देश में बदलाव लाने की कोशिश की थी।
बागची ने कहा, पिछले कुछ दिनों के दौरान काबुल में सुरक्षा स्थिति काफी खराब हो गई है। इसमें तेजी से बदलाव हो रहा है… भारत सरकार अफगानिस्तान के सभी घटनाक्रमों पर करीबी नजर रख रही है। बागची तालिबान द्वारा देश पर नियंत्रण स्थापित कर लिए जाने के बाद अफगानिस्तान की स्थिति के संबंध में मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब दे रहे थे।