उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं में धांधली को लेकर युवा सड़कों पर हैं. हालात इस कदर बिगड़ गए कि पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इसके बाद माहौल और भी खराब हो गया है. अलग-अलग जगहों पर छात्र सड़कों पर आ गए हैं. इस मुद्दे पर राजनीति भी लगातार जरी है, पूर्व सीएम हरीश रावत भी देहरादून में छात्रों के धरना प्रदर्शन में पहुंचे थे. लेकिन इस दौरान उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई. वह अचानक बेहोश हो गए. जिसके बाद उनके तुरंत एंबुलेंस में बैठाया गया.पूर्व सीएम को तुरंत मेडिकल सुविधा मुहैया कराई गई.बता दें कि उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं में धांधली का मुद्दा इन दिनों काफी गरमाया हुआ है. गुरुवार को प्रदर्शनकारी छात्रों ने पुलिस पर पत्थर बरसाए थे.उनको काबू करने के लिए पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया था. अब पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ छात्र एक बार फिर से सड़कों पर हैं. पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी देहरादून में छात्रों को समर्थन देने धरने में शामिल हुए थे. लेकिन इस दौरान वह अचानक बेहोश हो गए.युवाओं के प्रदर्शन को रोकने के लिए देहरादून जिला प्रशासन ने शुक्रवार को परेड ग्राउंड के चारों ओर 300 मीटर के दायरे में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लगाते हुए निषेधाज्ञा लागू कर दी.यह निषेधाज्ञा भर्ती परीक्षाओं में कथित घोटाले के खिलाफ बेरोजगार युवाओं के यहां जारी प्रदर्शनों को देखते हुए लागू की गई है. पुलिस से तीखी झड़पों के बाद प्रदर्शनकारियों ने बृहस्पतिवार को पथराव कर दिया था जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा जिसमें कुछ युवाओं को चोटें आयी थीं. इस दौरान कुछ पुलिसवाले भी घायल हो गए थे.राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पूरी घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश देते हुए मुख्य सचिव सुखबीर सिंह सन्धु से मामले की रिपोर्ट जल्द देने को कहा है.