उत्तराखंड में पेपर लीक मामले का विरोध करने वालों पर प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. गुरुवार को हिंसक प्रदर्शन के मामले में एक तरफ जहां देहरादून पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया है, वहीं जिलाधिकारी देहरादून ने जिले में धारा 144 लागू करते हुए सामूहिक रूप से एक जगह जमा होने के साथ ही हथियार लेकर चलने पर रोक लगा दी है. यह जानकारी देहरादून की डीएम सोनिका ने दी. वहीं पुलिस ने बताया कि इस मामले में बेरोजगार युवा संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं बाकी लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.बता दें कि गुरुवार को इस संगठन के पदाधिकारियों के साथ ही कुछ विपक्षी पार्टी के नेताओं ने देहरादून में जमकर प्रदर्शन किया था. प्रदर्शनकारियों ने उत्तराखंड पेपर लीक केस की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी. आरोप लगाया कि केवल एक नहीं, कई सरकारी परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं.पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन देखते ही देखते यह प्रदर्शन हिंसक रूप लेने लगा. ऐसे में गुरुवार की शाम पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इसमें बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी घायल हो गए. वहीं कुछ पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की सूचना है.पुलिस ने बताया कि इस दौरान रोड जाम करने और हिंसक प्रदर्शन करने के मामले में कुछ लोगों को चिन्हित किया गया है. इनमें से 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं बाकियों की तलाश में छापेमारी जारी है.पेपर लीक केस के विरोध में प्रदर्शन की सूचना पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीष रावत भी गांधी पार्क पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समर्थन दिया. वहीं जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया तो सभी प्रदर्शनकारी सड़क पर आ गए. इसी क्रम में गुरुवार की दोपहर में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर दिया था. इससे देहरादून ही नहीं, आसपास के जिलों के यातायात पर बुरा असर पड़ा. डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक पुलिस इस प्रदर्शन में शामिल लोगों की पहचान कर रही है.