मानसून इस साल उत्तराखंड से रूठा हुआ नजर आ रहा है। कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, लेकिन यहां अभी तक सामान्य से 16 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। प्रदेश के बागेश्वर और चमोली जिले को छोड़ अन्य 11 जनपदों में सामान्य से कम बारिश हुई है।मौसम वैज्ञानिकों को मानना है कि मानसून के कमजोर होने की वजह से ऐसा हो रहा है।आने वाले दिनों में भी बारिश हल्की रहने का अनुमान है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार प्रदेश में मानसून सीजन में अभी तक 722.8 मिलीमीटर बारिश हुई है। जबकि सामान्य बारिश 859.3 मिलीमीटर मानी जाती है। पिछले दिनों तक पहाड़ी क्षेत्रों में रोजाना हल्की बारिश हो रही थी।इस दौरान मैदानी क्षेत्रों से मेघ रूठे हुए थे, हालांकि शुक्रवार को मैदानी इलाकों में आसमान से राहत बरसी। लेकिन इसका बहुत ज्यादा असर देखने को नहीं मिला। इधर, जिलेवार बारिश के आंकड़ों की बात करें तो बागेश्वर में 1566.8 मिलीमीटर बारिश हो चुकी, जो सामान्य बारिश 591.3 मिलीमीटर से लगभग तीन गुना अधिक है।वहीं चमोली में 895 मिलीमीटर बारिश हुई है। यह सामान्य वर्षा 543.6 एमएम के मुकाबले दोगुना ज्यादा है। नैनीताल जिले में 1144.7 एमएम और चम्पावत में 951.2 सामान्य बारिश अभी तक होनी चाहिए। लेकिन यहां क्रमश: 491.8 एमएम और 410 एमएम बारिश ही हो पाई है, जो 57 फीसदी कम है। इस साल मानसून अच्छा रहने का अनुमान था, लेकिन काफी कमजोर रहा है। यही वजह है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में अच्छी बारिश नहीं हो रही है। आगे भी भारी बारिश होने की फिलहाल संभावना नहीं दिख रही है।