उत्तराखंड के गढ़वाल विश्वविद्यालय, देव संस्कृति विवि समेत 45 बीएड कॉलेजों को मानक अधूरे होने के चलते राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। वहीं, नैनीताल जिले के एक बीएड कॉलेज की अगले सत्र की मान्यता समाप्त कर दी है।दरअसल, एनसीटीई ने कॉलेजों से अपनी नियमावली के मुताबिक सभी जानकारियां मांगी थीं। इनमें कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर, जमीन, एफडी से लेकर छात्रों की संख्या, शिक्षकों का वेतन आदि भी शामिल है। उत्तराखंड के बीएड, बीपीएड कराने वाले कॉलेजों ने इसमें काफी लापरवाही बरती है।नतीजतन परिषद ने एनसीटीई एक्ट 1993 के सेक्शन-17 के तहत इन सभी कॉलेजों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय व देव संस्कृति विवि को भी एनसीटीई ने 15 दिन का पहला कारण बताओ नोटिस जारी किया है। प्रदेश में कुल 45 कॉलेजों को ये कारण बताओ नोटिस जारी हुए हैं। इनका जवाब न देने पर एनसीटीई मान्यता खत्म कर सकता है।नैनीताल जिले के काठगोदाम स्थित इंस्पिरेशन कॉलेज ऑफ टीचर्स एजुकेशन की अगले सत्र की बीएड की मान्यता एनसीटीई ने खत्म कर दी है। अगले साल यहां बीएड के दाखिले नहीं हो पाएंगे।