उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30% क्षैतिज आरक्षण के लिए अध्यादेश लाने की मांग पर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया। पार्टी ने सरकार पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाया।उक्रांद महिला मोर्चा के सदस्य मंगलवार को विधानसभा के बाहर जुटे और प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। मोर्चा की केंद्रीय अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल ने कहा कि यदि तत्काल अध्यादेश नहीं लाया गया, तो उग्र आंदोलन होगा। केंद्रीय उपाध्यक्ष उत्तरा पंत बहुगुणा ने सभी राजनीतिक दलों, संगठनों से एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मात्र शासनादेश के भरोसे सरकार बैठी रही और कमजोर पैरवी के चलते हाईकोर्ट में महिलाओं के अधिकारों को गंवा बैठी। केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि दूसरे राज्यों में सरकारें महिलाओं को क्षैतिज आरक्षण देती आ रही है। आखिर उत्तराखंड की सरकारों को इसे देने में क्या परेशानी हैं। केंद्रीय संगठन महामंत्री मोहन असवाल ने कहा कि कहीं उत्तराखंड में महिलाओं के हाथों से घास छीना जा रहा है, तो कहीं नौकरी। मौके पर रमा चौहान, उषा चौहान, उमा खंडूड़ी, मीना थपलियाल, नीलम लखेड़ा, अनीता असवाल, आशा, शकुन्तला कलूड़ा, रिंकी कुकरेती आदि मौजूद रहे।