हरिद्वार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों के चयन पर कांग्रेस में नई खटपट शुरू हो गई। पूर्व सीएम हरीश रावत ने पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी न बनाए जाने से नाराज अपने समर्थकों के नाम सोशल मीडिया पर खुली पोस्ट जारी की है। जाहिर तौर पर इस पोस्ट में रावत ने अपनी अनदेखी का दर्द बंया किया है, लेकिन इससे कांग्रेस में अंदरखाने फिर कलह तेज हो गई।रवत की प्रत्याशी चयन प्रक्रिया में खुद को शामिल न किए जाने की बात कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कड़ा प्रतिवाद किया है। रावत ने आज सोशल मीडिया पर लिखी पोस्ट में कहा कि हरिद्वार से कई वरिष्ठ साथियों, लंबे समय से सहयोगी रहे कार्यकर्ताओं के लगातार फोन आ रहे हैं। वो फोन पर गुस्सा भी जाहिर कर रहे हैं।आगे रावत ने प्रत्याशी तय करने में अपनी भूमिका पर सफाई देते हुए कहा कि यह मेरा कार्य क्षेत्र नहीं है। मुझे एक औपचारिक बैठक में बुलाने के अलावा उम्मीदवारों पर कोई चर्चा ही नहीं की गई। प्रदेश कांग्रेस ने अपने अधिकार क्षेत्र में यह निर्णय किया है। रावत ने अपने समर्थकों से माफी मांगते हुए कहा कि अब वो केवल उनकी भावनाओं के साथ खुद को संबद्ध भर ही कर सकते हैं।रवत की पेास्ट आने के कुछ ही देर बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने भी जवाब दे दिया। माहरा ने बताया कि यह कहना गलत होगा कि किसी की राय नहीं ली गई। हरिद्वार पंचायत चुनाव के लिए सामुहिक बैठक में सभी से बातचीत की गई थी। सभी विधायकों से राय मशविरे के बाद ही अधिकृत प्रत्याशी तय किए गए। जिन सीटों पर एक से अधिक पार्टी कार्यकर्ता चुनाव लड़ने के इच्छुक थे, उन्हें फ्री छोड़ दिया गया। ऐसी नौ सीटे हैं।
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December 22, 2024