राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू ने सभी राजनीतिक दलों से समर्थन मांगा। सांसदों और विधायकों से उन्होंने अपील की कि पहली बार किसी आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनने का मौका मिल रहा है। इसलिए सभी दलों को उन्हें अपना समर्थन देना चाहिए।सोमवार को मुर्मू ने राज्य उत्तराखंड के दौरे पर पहुंची। उन्होंने भाजपा के विधायक और सांसदों से मुलाकात कर अपने समर्थन की अपील की। सीएम आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने भाजपा विधायक, सांसदों और संगठन के पदाधिकारियों से मुलाकात की।इस दौरान उन्होंने खुद को राष्ट्रपति जैसे अहम पद के लिए प्रत्याशी बनाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और एनडीए के नेताओं का आभार जताया। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार किसी की नजर समाज के अंतिम छोर पर बैठी किसी आदिवासी महिला पर पड़ी है।उन्होंने इस दौरान भाजपा के विधायकों और सांसदों के अलावा अन्य दलों के विधायक, सांसदों से भी अपने समर्थन की अपील की। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनाए जाने से एक बार फिर साफ हो गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा समाज के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति के विकास पर फोकस कर रही है।एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को भाजपा के साथ ही बहुजन समाज पार्टी के विधायकों और निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन मिल गया है। द्रौपदी मुर्मू के उत्तराखंड दौरे के दौरान बसपा और निर्दलीय विधायकों ने यह ऐलान किया। बसपा के विधायक दल के नेता मोहम्मद शहजाद ने कहा कि बसपा प्रमुख मायावती ने पहले ही मुर्मू के समर्थन का ऐलान किया है।ऐसे में राज्य के बसपा के दोनों ही विधायक मुर्मू को अपना समर्थन देंगे। इधर निर्दलीय विधायक उमेश कुमार और संजय डोभाल ने भी मुर्मू को समर्थन का ऐलान किया है। राज्य के दोनों ही निर्दलीय विधायक सोमवार को मुख्य सेवक सदन में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे और उन्होंने अपने समर्थन का ऐलान किया।