अब देहरादून से कई शहरों के लिए हर एक घंटे बाद वॉल्वो बस मिलेगी। वहीं, सामान्य बसें भी कम समय में उपलब्ध हो जाएंगी। परिवहन निगम ने रक्षाबंधन व अन्य त्योहारों के मद्देनजर यह तैयारी कर ली है। इसके लिए बसों की संख्या बढ़ा दी गई है।
निगम की ओर से दिल्ली, जयपुर, चंडीगढ़ के लिए वॉल्वो बसों की संख्या बढ़ा दी गई है। साधारण बसें भी पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हो गई हैं, ताकि रक्षाबंधन व अन्य त्योहारों पर सवारियों को कोई परेशानी न हो। कोरोना में आर्थिक संकट से जूझ रहे निगम को अब त्योहारी सीजन से ही राहत मिलने की उम्मीद है।
हालांकि, अब निगम की प्रतिदिन की कमाई एक करोड़ 30 लाख से एक करोड़ 40 लाख रुपये तक पहुंच गई है लेकिन अभी इसमें और गुंजाइश बाकी है। यह आंकड़ा प्रतिदिन दो करोड़ भी पार कर सकता है। लिहाजा, अब त्योहारी सीजन में निगम की यह उम्मीदें बढ़ी है।
परिवहन निगम ने सभी ड्राईवर और कंडक्टरों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी हैं। तय समय के भीतर बसों का संचालन करने पर जोर दिया जा रहा है। हालांकि, सवारियों का फ्लो अभी भी अपेक्षाकृत कम है।
परिवहन निगम के मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता ने बताया कि वॉल्वो बसों के साथ ही साधारण बसें भी पर्याप्त संख्या में संचालित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन पर जरूरत पड़ी तो बसों की संख्या में और इजाफा किया जा सकता है। फिलहाल, निगम का फोकस कमाई बढ़ाने पर है।
रक्षाबंधन के दिनों रोडवेज बसों के बढाए जाएंगे फेरे
रक्षाबंधन के दिन बहनों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बसों की कमी नहीं होगी। त्योहार के दिन भीड़ को देखते हुए ऋषिकेश डिपो की बसों के फेरे बढ़ाए जाएंगे। डिपो के एजीएम पीके भारती ने बताया कि पिछले साल हुई परेशानी को देखते हुए इस बार पहले तैयारियां पूरी की गई हैं।
पिछले साल बसों की कमी के कारण कई बहनों को प्राइवेट वाहनों से यात्रा करनी पड़ी थी। देहरादून, हरिद्वार और दिल्ली रूट पर बसों के फेरे बढ़ाए जाएंगे। दिल्ली मार्ग पर प्रतिदिन 30 बसों और देहरादून मार्ग पर सात बसों का संचालन होता है।
दिल्ली जाने वाली बहनों को ऋषिकेश से नारसन बार्डर तक निशुल्क यात्रा का लाभ मिलेगा। वहां से आगे दिल्ली तक किराया देना होगा। जबकि ऋषिकेश से हल्द्वानी जाने के लिए बीच यूपी के क्षेत्र पड़ने पर उसका किसी प्रकार का किराया नहीं देना होगा।