
उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर को नल से जल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से चल रहे जीवन मिशन में अब शेष रह गए 1420 गांवों के 40 हजार से अधिक घरों को जल्द ही पेयजल उपलब्ध हो सकेगा।केंद्र सरकार ने मिशन की अवधि को अब वर्ष 2028 तक बढ़ा दिया है। राज्य सरकार ने भी उत्तराखंड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए मिशन की समयावधि बढ़ाने का अनुरोध केंद्र से अनुरोध किया था।विषम भूगोल वाले उत्तराखंड में 15 अगस्त 2019 तक ग्रामीण क्षेत्रों में 1,30,325 घरों को ही नल से जल उपलब्ध हो रहा था। जल जीवन मिशन प्रारंभ होने के बाद से अब तक 7780 ग्राम पंचायतों के 15 हजार गांवों के 14, 50, 635 घरों को जल संयोजन से जोडऩे का लक्ष्य रखा गया।अभी तक की तस्वीर देखें तो 13,565 गांवों में हर घर को जल संयोजन से जोड़ा जा चुका है। 1357 गांवों में वर्तमान में कार्य चल रहा है, जबकि 63 में यह कार्य शुरू होना बाकी है। इन 1420 गांवों के 40,110 घरों को योजना से आच्छादित किया जाना है।