
सरकार ने चारधाम में यात्रा प्रबंधन के लिए दो नए यात्रा मजिस्ट्रेट बनाए हैं। यह मजिस्ट्रेट 26 मई से छह जून तक अपनी सेवाएं देंगे। इससे पहले सरकार ने 25 मई तक के लिए तीन मजिस्ट्रेट तैनात किए थे। चारधाम यात्रा में भारी भीड़ के बीच सरकार लगातार प्रबंधन में जुटी हुई है। इस क्रम में सरकार ने 13 मई को बदरीनाथ धाम में सीडीओ हरिद्वार प्रतीक जैन, गंगोत्री-यमुनोत्री के लिए टिहरी के सीडीओ अभिषेक त्रिपाठी और केदारनाथ धाम के लिए हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह को 25 मई तक के लिए यात्रा मजिस्ट्रेट तैनात किया था।महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने बताया, चारधाम यात्रा के लिए इस बार रिकॉर्ड तीर्थयात्री पहुंचे हैं। इससे धामों में दबाव तो बढ़ गया, लेकिन कारोबारियों को अच्छा फायदा हुआ है। 15 दिन के भीतर चारोंधामों में होटल, ढाबे, ट्रैवल से लेकर विभिन्न व्यावसायियों ने 200 करोड़ से ज्यादा का कारोबार किया है। अकेले गढ़वाल मंडल विकास निगम ने 22 करोड़ कमाए, जबकि टैक्स और अन्य प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप में कमाई इससे कई गुना ज्यादा है।इस बार सीजन देरी से खुलने से पीक सीजन के दौरान दो से तीन गुना ज्यादा भीड़ उमड़ी है। होटल, ढाबों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि 15 दिन में चारोंधामों में अच्छा कारोबार हुआ है। अनुमान के अनुसार, होटल, ढाबाें और होम स्टे से करीब 80 करोड़, दुकानदार 20 करोड़, घोड़ा, खच्चर, डंडी कंडी और गाइड आदि से 30 करोड़, ट्रैवल से 40 करोड़, अन्य से 30 करोड़ की कमाई हो चुकी है। राज्य में पार्किंग, एंट्री समेत विभिन्न टैक्स और मंदिर समिति से लेकर तीर्थ पुरोहितों की भी अच्छी कमाई हुई है।