नगर के भू-धंसाव प्रभावित क्षेत्रों में नई दरारें फिर आने लगी हैं। यहां जोशीमठ-औली सड़क पर नई दरार आ गई है। इसके अलावा मनोहर बाग वार्ड में पैदल रास्ता धंस गया है जिसने नगर के लोगों की चिंता बढ़ा दी है। जोशीमठ में मनोहर बाग वार्ड में ही जनवरी महीने में सबसे पहले दरार आई थी। यहां से शुरू हुई दरारें सिंहधार वार्ड तक बढ़ गई थीं। अब फिर मनोहर बाग वार्ड में जोशीमठ-औली सड़क पर दरार आ गई है। मनोहर बाग वार्ड में ही नगर पालिका की ओर से बनाया गया पैदल रास्ता भी धंसने लगा है। उर्गम घाटी के देवग्राम में कई साल से भूस्खलन हो रहा है जिससे मलखोला, भलखोला, गीरा व बासा तोक के कई मकानों में दरार आई हैं। बरसात में लोग इन्हीं दरार वाले घरों में रहने के लिए मजबूर हैं जिससे यहां हर समय खतरा बना रहता है। 12 गांवों की लाइफ लाइन 16 दिन बाद भी नहीं खुल पाई है। अब इस क्षेत्र के लोगों के आने जाने के लिए लगभग दो किलोमीटर पैदल मार्ग का निर्माण किया जा रहा है।
सुयालकोट की चट्टान में तीन सौ मीटर में दरारें आने से यहां लगातार मलबा गिर रहा है। सड़क खोलने के लिए लोनिवि ने जेसीबी लगाई है लेकिन बार-बार मलबा आने से यहां सड़क खोलना लोनिवि के लिए चुनौती बना है।नगर में बरसात के बाद भू स्खलन और जमीन में गड्ढे बनने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। रविवार रात को हुई बारिश से सिंहधार जाने वाले रास्ते का पुस्ता क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा खेतों में भी दरार बढ़ रही है।
ताजा न्यूज़
December 23, 2024