देहरादून में एक 32 साल की महिला की दो बच्चों संग संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई. तीनों का शव बेडरूम में बिस्तर पर अचेत अवस्था में पड़ा मिला. महिला का पति घंटों दरवाजा पीटता रहा, लेकिन कोई जवाब न मिला. दरवाजे का लॉक तोड़कर अंदर दालिख हुए पति ने कमरे का नजारा देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई. होली पर्व से पहले ही उसका परिवार खत्म हो गया. वहीं, पुलिस को घटनास्थल से एक खाली शीशी बरामद हुई है. जगह-जगह उल्टियों के निशान भी मिले हैं. प्रथम दृष्टया में पुलिस मामले को आत्महत्या से जोड़कर देख रही थी. मामले की छानबीन जारी है.मामला सहसपुर थाना क्षेत्र के जस्सोवाला गांव का है. यहां के निवासी इंद्रपाल की पत्नी सरोजा (32) बेटा अंश पाल (12) और शिवापाल (8) की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई. इंद्रपाल ने बताया कि वो रोजाना की तरह सोमवार यानी 6 मार्च को सेलाकुई स्थित कंपनी में काम करने चला गया. वापस लौटा तो घंटों दरवाजा खटखटाता रहा, लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया. इसके बाद दरवाजे का लॉक तोड़कर इंद्रपाल अंदर दाखिल हुआ, बेडरुम का नजारा देखकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई.मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, कमरे में बिस्तर पर पत्नी और दोनों बच्चों के शव देख इंद्रपाल के होश उड़ गए. आनन फानन उसने पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस फॉरेंसिक टीम के साथ घटना की पड़ताल में जुट गई. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. पुलिस प्रथम दृष्टया में मामले को आत्महत्या से जोड़कर देख रही थी. आशंका है कि आर्थिक तंगी या पारिवारिक कलह में खौफनाक कदम उठाया गया हैपुलिस के मुताबिक, परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी. इंद्रपाल सेलाकुई स्थित कंपनी में काम करता, वहीं उसकी पत्नी हरबर्टपुर रोड स्थित एक स्कूल में पढ़ाती थी. दोनों मिलकर परिवार का खर्चा चलाते. बच्चों की पढ़ाई से लेकर सारी जरुरतें पूरी करते. इंद्रपाल को अभी तक यकीन नहीं हो रहा है कि उसकी पत्नी बच्चों संग भगवान को प्यारी हो चुकी है..
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December 22, 2024