उत्तराखंड में आसमान से आफत बरस रही है। देहरादून समेत कई इलाकों में भारी बारिश का क्रम बना हुआ है। पौड़ी और रुद्रप्रयाग जिले की सीमा पर बादल फटने के कारण भारी मात्रा में मलबा आने से एक तेल का टैंकर अलकनंदा में समा गया। जिसका चालक और परिचालक लापता हैं। इसके अलावा कई अन्य वाहन भी मलबे में दब गए, जिनमें सवार व्यक्तियों ने भागकर जान बचाई। इधर, देहरादून में भी भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर आ गए। बंजारावाला क्षेत्र में रिस्पना नदी के उफान में एक कार बह गई, जिसमें सवार एक युवक की डूबने से मौत हो गई, जबकि एक अन्य को बचा लिया गया। मौसम विभाग ने अगले दो दिन प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश और गरज के साथ बिजली चमकने को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड में रुक-रुककर लगातार हो रही बारिश ने दुश्वारियां बढ़ा दी हैं। खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश के कारण जन-जीवन प्रभावित है। केदारनाथ, बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग दिनभर कई बार मलबा और बोल्डर आने से बाधित रहा। वहीं, ऋषिकेश-गंगोत्री मार्ग भी 14 घंटे बाद खोला जा सका। वहीं चमोली में बदरीनाथ हाईवे पर मलबा आने से एक वाहन रातभर फंसा रहा। जिसे सुबह रेस्क्यू किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिन प्रदेश में बारिश का क्रम बना रह सकता है। वहीं, रुद्रप्रयाग में बदरीनाथ हाईवे सिरोबगड़ में भारी मलबा आने के कारण अवरुद्ध चल रहा है।
गुरुवार को भारी बारिश के चलते रुद्रप्रयाग व श्रीनगर के बीच बदरीनाथ हाईवे सिरोबगड़, शिवनंदी, नरकोटा के पास मलबा आने से अवरुद्ध हो गया था। वहीं, केदारनाथ हाईवे पर मेदनपुर, सिल्ली के पास मलबा आने से आवाजाही ठप रही। जिसके बाद हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। कड़ी मशक्कत के बाद लोक निर्माण विभाग ने हाईवे खोले। हालांकि, दिनभर कई स्थानों पर बोल्डर गिरते रहे।
केदारघाटी में विगत तीन दिन से लगातार हो रही तेज बारिश के कारण गौरीकुंड राजमार्ग पर मलबा आने से स्थानीय जनता को आवाजाही करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नई टिहरी के फकोट में भारी मलबा आने से बीती रात से बंद पड़ा ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 14 घंटे बाद खुल पाया। चमोली जिले में बीती शाम से ही झमाझम बारिश हो रही है।
हालांकि, गुरुवार को दोपहर में बारिश थमने के बाद कुछ देर तक धूप खिली रही। ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर लामबगड़ के निकट खचाचड़ा नाला उफान पर आ गया। इस दौरान यहां पर एक वाहन यहां रातभर फंसा रहा। सुबह हाईवे खोलने का कार्य शुरू किया गया। पानी घटने के बाद वाहन को निकाला गया।
देहरादून में शाम से रात तक मूसलधार बारिश
दून में गुरुवार देर शाम से शुरू हुई मूसलधार बारिश का दौर देर रात तक जारी रहा। इससे शहर से होकर गुजरने वाली नदियों का जलस्तर बढ़ गया। नालों के उफान पर आने से किनारे पर रहने वालों की दिक्कतें बढ़ गई। वहीं सड़कों पर भी जलभराव होने से राहगीरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिन प्रदेश में बारिश का क्रम बना रह सकता है।
मौसम विभाग ने दून और मसूरी में गुरुवार को भारी बारिश का अनुमान जताया था, जो सही भी साबित हुआ। देर शाम आठ बजे के बाद मूसलधार बारिश शुरू हो गई, जो रात करीब 12 बजे तक जारी रही। इस बारिश ने फिर आमजन की परेशानियों को बढ़ा दिया। बिंदाल और रिस्पना नदियों के उफान पर आने से किनारे पर बसी बस्तियों में रहने वालों के फोन नगर निगम और प्रशासन के कंट्रोल रूम में पहुंचने लगे। कंट्रोल रूम से भी किनारे पर रहने वालों को सतर्क रहने के साथ सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया। कंट्रोल रूम के मुताबिक, कई इलाकों में घरों में बारिश का पानी घुसने की भी सूचना मिली। दून में रात 12 बजे तक 70 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई थी।