प्रदेश के सरकारी डिग्री कालेजों में कार्यरत रहे संविदा शिक्षकों को अब दोबारा रोजगार मिल सकेगा। ऐसे शिक्षकों के लिए सरकार ने तोड़ ढूंढ ली है। स्थानीय आवश्यकता को ध्यान में रखकर स्नातक स्तर पर 50 फीसद और स्नातकोत्तर स्तर पर 10 फीसद अतिरिक्त शिक्षक रखे जाएंगे। इन अतिरिक्त पदों पर 147 संविदा शिक्षकों का समायोजन किया जा सकेगा।
सरकारी डिग्री कालेजों में स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति के बाद रिक्त पदों की कम संख्या में कमी आई है। इस वजह से करीब 147 शिक्षकों की नौकरी पर संकट खड़ा हो गया है। दरअसल सरकारी डिग्री कालेजों में 27 मार्च, 2021 तक तकरीबन 439 संविदा शिक्षक कार्यरत थे। इन कालेजों में शिक्षकों के 2156 पद सृजित हैं। कालेजों में शिक्षकों के एक हजार से ज्यादा पद रिक्त थे। सरकार ने अब राज्य लोक सेवा आयोग से चयनित करीब 877 शिक्षकों को नियुक्ति दे दी है। रिक्त पद घटने के कारण चालू सत्र 2021-22 में महज 292 संविदा शिक्षकों को सेवा विस्तार मिलने का रास्ता साफ हुआ है।
शेष 147 संविदा शिक्षकों को मुश्किल से निजात दिलाने के लिए सरकार ने कदम बढ़ाया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कालेजों में शिक्षकों के अतिरिक्त पद सृजित करने की घोषणा कर चुके हैं। जिन कालेजों में छात्रसंख्या अच्छी है, वहां अतिरिक्त पद बढ़ाने की तैयारी है। उच्च शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत का कहना है कि संविदा शिक्षकों के समक्ष उत्पन्न कठिनाइयों का निराकरण किया जा रहा है। कालेजों में पद बढ़ाए जा रहे हैं। साथ ही नए डिग्री कालेजों को खोलने का निर्णय किया गया है। इन कालेजों में भी संविदा शिक्षकों की तैनाती की जाएगी।