कई राज्यों में राज्यपाल बदले गए हैं। लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत) गुरमीत सिंह को उत्तराखंड का राज्यपाल बनाया गया है। मालूम हो कि उत्तराखंड के राज्यपाल का पद बेबी रानी मौर्य के इस्तीफे के बाद खाली हो गया था। गुरमीत सिंह सेना के उप प्रमुख के रूप में सेवानिवृत्त हो चुके हैं। वहीं तमिलनाडु के गवर्नर को पंजाब का राज्यपाल बना दिया गया है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक उनकी जगह एनवी रावी को तमिलनाडु का राज्यपाल बनाया गया है।
कई पदकों से सम्मानिक लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह अपने कार्यकाल में सैन्य अभियानों के अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में सैन्य रणनीतिक मुद्दों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। सेना में अपने कार्यकाल के दौरान वह एक दशक से अधिक समय तक कई विशेषज्ञ समूहों, संयुक्त कार्य समूहों और चीन अध्ययन समूह की बैठकों का हिस्सा रहे हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल सिंह अपने कार्यकाल में महत्वपूर्ण सैन्य राजनयिक और वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर आयोजित होने वाली बैठकों के लिए सात बार चीन का दौरा भी कर चुके हैं। लगभग चार दशकों की सेवा के बाद लेफ्टिनेंट जनरल सिंह फरवरी 2016 में सेना से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने सेना में अपनी सेवा के दौरान सेना के उप प्रमुख, सहायक जनरल और कश्मीर में नियंत्रण रेखा की निगरानी करने वाली 15वीं कोर के कोर कमांडर के पद पर काम किया है।
ले. जनरल (रिटा.) सिंह डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कोर्स से स्नातक है। उन्होंने चेन्नई और इंदौर विश्वविद्यालयों से दो एमफिल की डिग्रियां ली हैं। भारतीय सेना से अपने अध्ययन अवकाश के दौरान उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में भारत-चीन सीमा मुद्दे पर शोध कार्य भी किए हैं। इस नियुक्ति के अलावा राष्ट्रपति ने कुछ राज्यों के राज्यपालों के फेरबदल का भी आदेश दिया है।
इसमें बनवारीलाल पुरोहित को तमिलनाडु से पंजाब स्थानांतरित करना शामिल है। वह पहले पंजाब का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे। राष्ट्रपति भवन की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार के वार्ताकार और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी आरएन रवि को नगालैंड से तमिलनाडु के नए राज्यपाल के रूप में स्थानांतरित कर दिया गया है। वहीं असम के राज्यपाल जगदीश मुखी को नगालैंड के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है! मौजूदा वक्त में जगदीश मुखी असम के राज्यपाल हैं।