Kanchipuram, Tamil Nadu,india - December 2, 2012:Women plant rice in paddy fields at Kanchipuram, India.
केंद्र सरकार की एग्रीस्टैक योजना के तहत राज्य में किसानों की डिजिटल आइडी तैयार कर फार्मर रजिस्ट्री बनाने के लिए कसरत तेज कर दी गई है। देहरादून में राजस्व एवं कृषि विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। बताया गया कि योजना के तहत प्रथम चरण में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों की फार्मर रजिस्ट्री तैयार की जाएगी, ताकि योजना की आगामी किस्त के भुगतान पर किसी प्रकार का कोई प्रभाव न पड़े। रिंग रोड में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन राजस्व सचिव डा एसएन पांडेय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर एग्रीस्टैक के प्रतिनिधियों चिन्मय मेहता और हर्षद पटेल ने फार्मर रजिस्ट्री के विविध पहुलुओं पर रोशनी डाली।उन्होंने कहा कि फार्मर रजिस्ट्री एक ऐसा डेटाबेस है, जिसमें किसान पंजीकरण कराकर अपनी डिजिटल पहचान प्राप्त कर सकते हैं। पंजीकरण के बाद किसान को यूनिक डिजिटल पहचान मिलेगी, जिसे फार्मर आइडी कहा जाएगा। 11 अंकों की यह आइडी ई-केवाईसी और फील्ड सत्यापन के पूरा होने के बाद जनरेट होगी। फार्मर रजिस्ट्री के माध्यम से सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का पारदर्शी रूप में समयानुसार किसानों को लाभ पहुंचाने में सुविधा होगी। सभी किसानों को सरकारी योजनाओं से सीधे जोड़ने और उनकी पहचान को डिजिटल रूप देने के लिए केंद्र सरकार ने फार्मर रजिस्ट्री की शुरुआत की है।

