
उत्तराखंड ने इस साल दिवाली के दिन वायु गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया है। तकनीक आधारित उपायों, प्रशासनिक सक्रियता और नागरिकों के सहयोग से राज्य के प्रमुख शहरों की हवा पहले से कहीं अधिक स्वच्छ रही।अधिकतर शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक इस बार मध्यम या संतोषजनक श्रेणी में दर्ज किया गया, जो पिछले वर्षों की तुलना में बड़ा सुधार है।उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष आरके. सुधांशु ने कहा कि इस साल की स्वच्छ दिवाली सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। ड्रोन से जल छिड़काव, नई यांत्रिक स्वीपिंग मशीनें और विद्यालयों-कॉलेजों में चलाए गए जन-जागरूकता अभियानों ने ठोस असर दिखाया है। देहरादून में ड्रोन आधारित वॉटर स्प्रिंकलिंग से पीएम 10 के स्तर को नियंत्रित किया गया। जबकि देहरादून और ऋषिकेश में यांत्रिक स्वीपिंग मशीनें लगाई गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारा लक्ष्य केवल त्योहारों में ही नहीं बल्कि पूरे वर्ष स्वच्छ वायु सुनिश्चित करना है। इस साल के परिणाम यह साबित करते हैं कि नवाचार, जागरूकता और सामूहिक भागीदारी से वास्तविक परिवर्तन संभव है।