
17 दिन बाद हरकी पैड़ी पर गंगा आ गईं। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की ओर से मरम्मतीकरण के लिए ऊपरी गंगनहर की हर साल वार्षिक बंदी के लिए दो अक्तूबर को दशहरा की मध्य रात्रि बंद कर दिया गया था।वार्षिक बंदी के दौरान गंगनहर में साफ-सफाई, गेटों की मरम्मत की गई। गंगनहर के क्षतिग्रस्त किनारों को ठीक किया गया। हालांकि इस बार पिछले साल के मुकाबले नवरात्र दस दिन के होने से एक दिन गंगनहर बंदी के लिए एक दिन का समय कम मिला,उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की ओर से गंगा आरती के लिए पानी छोड़ा जा रहा था। छोटी दीपावली की रात 19/20 अक्तूबर की मध्य रात्रि को चालू कर दिया गया।