विधानसभा चुनाव की आपाधापी के बाद अपने रण क्षेत्र खटीमा से मंगलवार को राजधानी लौटे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्साह में नजर आए। प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि जनता ने भाजपा के पक्ष में भारी मतदान कर सरकार की नीतियों व कामकाज पर मुहर लगाई है। हम पूरी तरह आश्वस्त हैं कि प्रदेश में एक बार फिर प्रचंड बहुमत से भाजपा की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि 10 मार्च को हम 60 पार दिखाई देंगे।
एक प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राज्य में समान नागरिक संहिता की बात की है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड का आध्यात्मिक, सांस्कृतिक धरोहर के रूप में महत्व है। देवभूमि सैनिक बहुल प्रदेश है। दो-दो अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से सटे उत्तराखंड में कानून व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रहनी चाहिए। इसे देखते हुए हमने संकल्प लिया है कि राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करेंगे। यह हमारा संकल्प है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई सरकार के शपथ ग्रहण के तुरंत बाद प्रबुद्धजनों, विधि विशेषज्ञों और हितधारकों की हाई पावर कमेटी गठित की जाएगी। यह कमेटी ड्राफ्ट तैयार करेगी और फिर उसे राज्य में लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी के लिए एक समान कानून हों। यह कदम उठाने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बनेगा। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने भी कई बार कहा है कि राज्यों को समान नागरिक संहिता लागू करनी चाहिए। साथ ही इसे लागू न करने पर नाराजगी भी जताई है। बता दें कि मुख्यमंत्री ने विधानसभा चुनाव के दौरान भी यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया था।
माफिया से साठगांठ कांग्रेस की संस्कृति
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों के कार्यकाल में ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार, रामनगर में खनन होता था। लोग चिल्लाते थे, लेकिन कार्रवाई नहीं होती थी। तब एक डीएफओ के ऊपर जेसीबी चढ़ाने का प्रयास तक हुआ। हरिद्वार में खनन के कारण गंगा के त्राहिमाम करने पर साधु संत धरने पर आ गए थे। ये किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की संस्कृति है और उसकी खनन, भू व शराब माफिया से साठगांठ रही है। खटीमा में कांग्रेस प्रत्याशी के वायरल वीडियो के बारे में उन्होंने कहा कि इसमें सभी के नाम लिए गए हैं। पहले भी कांग्रेस नेताओं के वीडियो आते रहे और इस बार उसके प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष का वीडियो आया है।