
Heavy Flood after Heavy Rain In the Local Stream. Flood Water Entered very Fast to the Houses and Shops . Houses to Near The Bank and Things which are commonly Use are Destroyed Badly. This Picture is of the 1st day of Flood and the water Level is Decreased This Time. Date 24th Of August 2022. Mingora Swat Pakistan.
नदियों के उद्गम स्थलों को ही मानव बस्तियों का प्रयुक्त जल दूषित कर रहा है। भगीरथी, अलकनंदा और बालगंगा जैसी नदियों में रोज़ाना लाखों लीटर गंदा पानी घुल रहा है। इसे रोकने के लिए अब पहाड़ के सात कस्बों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रयुक्त जल शोधन प्लांट लगाए जाएंगे। परियोजनाओं की डीपीआर तैयार हो गई है। परियोजनाओं पर करीब 225 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इससे प्रतिदिन 58 लाख लीटर प्रयुक्त जल को नदियों में प्रवाहित होने से रोका जा सकेगा। शहरी विकास मंत्रालय स्वच्छ भारत मिशन 2.0 के तहत प्रयुक्त जल प्रबंधन पर काम कर रहा है।उत्तराखंड में प्रतिदिन 85.6 मिलियन लीटर पानी उपयोग होता है। प्रयुक्त जल को पुन: प्रयोग लायक बनाने की योजनाओं पर काफी धीमी गति से काम हो रहा है। शहरी निकायों के लिए अब तक केवल सात वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की डीपीआर ही तैयार की जा सकी हैं। यह संख्या पूरे राज्य के शहरी क्षेत्रों की जरूरत के मुकाबले काफी कम है।इससे ज्यादातर शहरों में प्रयुक्त जल प्रबंधन अब तक अधूरा है। परियोजनाओं पर कुल 225 करोड़ रुपये खर्च होंगे, इसमें 203 करोड़ रुपये केंद्र सरकार व 22 करोड़ रुपये राज्य सरकार देगी। शहरी विकास विभाग ने डीपीआर नेशनल इंस्टीटयूट आफ अर्बन को भेज दी है, ताकि उनके सुझावों काे भी प्रोजेक्ट में शामिल किया जा सके।