
DEHRADUN, INDIA - JULY 5: Slums along Rispana river bedside on July 5, 2013 in Dehradun, India. Over the years unauthorised colonies have encroached the river bed of seasonal river Ripsana. Two rivers Bindal and Rispana are very important for Dehradun as they are the only outlets for rain water, thus preventing the city from being engulfed from flood waters. (Photo By Vinay Santosh Kumar/Hindustan Times via Getty Images)
रिस्पना नदी किनारे किए गए अतिक्रमण को ध्वस्त करने का काउंटडाउन शुरू हो गया है। सोमवार से पुलिस, प्रशासन और नगर निगम की संयुक्त टीम वर्ष 2016 के बाद अस्तित्व में आए अतिक्रमण पर बुल्डोजर चलाएगी। अतिक्रमण ध्वस्त किए जाने की कार्रवाई को धरातल पर उतारने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह की अध्यक्षता में बैठक कर रणनीति तैयार की गई।रिस्पना नदी किनारे अतिक्रमण को ध्वस्त करने की कार्रवाई एनजीटी के आदेश के क्रम में की जा रही है। जिसके क्रम में नगर निगम ने रिस्पना नदी किनारे काठबंगला बस्ती से लेकर मोथरोवाला के बीच के 13 किलोमीटर भाग पर 27 मलिन बस्तियों का सर्वे किया। इनमें वर्ष 2016 के बाद 524 अतिक्रमण पाए गए।89 अतिक्रमण नगर निगम की भूमि पर, जबकि 12 नगर पालिका मसूरी और 11 राजस्व भूमि पर पाए गए। दूसरी तरफ नगर निगम के नियंत्रण में रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिए जिस भूमि को एमडीडीए के नियंत्रण में दिया गया था, उस पर 414 से अधिक अतिक्रमण होने की बात सामने आई है।